मध्यकालीन भारत -
भारत पर अरबो का प्रथम आक्रमण 712 ई. में मुहम्मद बिन काशिम के नेतृत्व में हुआ था | उस समय सिंध पर काहिर का शासन था |
मुह्हमद गजनवी -
⇨ महमूद गजनवी (998 ई. ) में गजनी की गद्दी पर बैठा | उसने भारत पर 17 बार आक्रमण किया | उसका पहला आक्रमण बैहिन्द के शासक जयपाल के विरुद्ध था |⇒ 1025 ई. में महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया तथा भयंकर लूटपाट किया |
⇒ महमूद गजनवी का अंतिम आक्रमण सिंध और सुल्तान के तटवर्ती जाटों के विरुद्ध था |
⇨ अलबरूनी, फिरदौसी, उत्त्बी, था फारुखी महमूद थे |
मुहम्मद गोरी -
⇨ महम्मद गोरी ने भारत पर पहला आक्रमण 1175 ई. में किया |
⇨ इसने पृथ्वीराज वहॉहान के साथ प्रसिद्ध तराईन का युद्ध (1191, 1192 ई.) में लड़ा |
⇨ चंदावर के युद्ध (1194 ) में मुहम्मद गोरी ने कन्नौज के शासक जयचन्द को हराया |
⇨ 1206 ई. में खोखरो ने मुहम्मद गोरी की हत्या कर दी |
दिल्ली सल्तनत
गुलाम वंश (1206 - 1290 ई.)
कुतुबुद्दीन ऐबक
⇨ कुतुबुद्दीन ऐबक जून,1206 में सुल्तान बना | उसने लाहौर को अपनी राजधानी बनाया |
⇨ ख्वाजा बख्तियार काकी की स्मृति में कुतुबमीनार की नींव कुतुबुद्दीन ऐबक ने रखी |
⇨ उस्बे दिल्ली में कुव्वकत -उल -इस्लाम मस्जिद तथा अजमेर में अढ़ाई दिन का झोपड़ा बनवाया |
⇨ कुतुबुद्दीन एबक को लाख बख्श के नाम से भी जाना जाता है |
⇨ ऐबक का मृत्यु 1210 ई. में चौगान खेलते समय घोड़े से गिर कर हो गयी उसे लाहौर गया |
इल्तुतमिश
⇨ इल्तुतमिश पहला शासक था, जिसने 1229 ई. में बगदाद के खलीफा से वैधानिक स्वीकृति प्राप्त की |
⇨ उसने 123 -32 ई. में कुतुबमीनार का निर्माण कार्य पूरा कराया था मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह बनवाई |
⇨ चाँदी के टंका तथा ताँबे के जिटल नामक सिक्के का प्रचलन इल्तुतमिश ने किया |
रजिया सुल्तान
⇨ रजिया दिल्ली का प्रथम व अंतिम महिला शासक थी वह 1236 ई. गद्दी पर बैठी |
⇨ रजिया ने अल्तुनिया से विवाह किया | रजिया की हत्या 1240 में कैथल में हुयी |
⇨ रजिया ने अल्तुनिया से विवाह किया | रजिया की हत्या 1240 में कैथल में हुयी |
बलबन -
⇨ बलबन 1266 गद्दी पर बैठा | अपने विरोधियो की समाप्ति के लिए उसने लौह एवं रक्त की नीति अपनायी तथा चालीसा को समाप्त कर दिया |
⇨ बलबन ने नियाबत-ए-खुदाई तथा जिल्ले इलाही की उपाधि ग्रहण की |
⇨ बलबन ने दरवार में सिजदा तथा पाबोस नामक प्रथाओं की शुरुआत की |
⇨ बलबन ने वित्त विभाग (दिवान-ए-विजारत) तथा सैन्य विभाग (दिवान-ए-आरिज) की वस्थापना की
खिलजी वंश (1290-1320 ई.)
जलालुद्दीन फिरोज खिलजी
⇨ 1296 ई. में अलाउद्दीन खलजी दिल्ली का सुलतान बना | उसने से को नगद वेतन देने एवं स्थायी सेना की नींव रखी |⇨ घोड़े दागंने एवं सैनिको का हुलिया लिखने की प्रथा आरम्भ की |
⇨ बाजार नियंत्रण प्रणाली को दृढ़ता से लागु किया |
⇨ अमीर खुसरो, अलाउद्दीन के दरवारी कवि थे | सितार एवं तबले के अविष्कार का श्रेय उन्हें दिया जाता है |
⇨ अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु 1316 ई. में हुई |
मुबारक शाह खिलजी
⇨ पहला सुल्तान जिसने स्वयं को खलीफा घोषित किया |तुगलक वंश (1320-1398 ई. )
गयासुद्दीन तुगलक
⇨ 1320 ई. में खुसरो खां को पराजित कर गयासुद्दीन तुगलक दिल्ली क्र सिंहासन पर बैठा |⇨ सिचाई हेतु नहर का निर्माण कराने वाला ओह दिल्ली सल्तनत का पहला शासक था
⇨ इसने दिल्ली में तुगलकाबाद नामक नया नगर स्थापित किया |
मुहम्मद बिन तुगलक
⇨ 1327 ई. में उसने अपनी राजधानी दिल्ली से देवगिरि में स्थानांतरित की और इसका नामदौलताबाद रखा |
⇨ मुहम्मद बिन तुगलक ने ताँबा की सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन किया |
फिरोजशाह तुगलक
⇨ फिरोजशाह तुगलक 1351 ई. में दिल्ली का सुल्तान बना |⇨ फिरोज तुगलक ने हिसार, फिरोजाबाद, फ़तेहाबाद, जौनपुर, फिरोजपुर जैसे नगरों की स्थापना की |
⇨ फिरोज तुगलक ने दिल्ली में कोटला फिरोजशाह दुर्ग का निर्माण कराया |
⇨ तुगलक शासक का अंतिम शासक नसीरुद्दीन महमूद था | |
लोदी वंश (1415-1489)
बहलोल लोदी
⇨ लोदी वंश का संस्थापक बहलोल लोदी था |⇨ उसने 1451 ई. में बहलोल शाहगज़ी की उपाधि से दिल्ली पर शासन आरम्भ किया |
सिकन्दर लोदी
⇨ 1504 ई. में सिकन्दर लोदी ने आगरा स्थापना की⇨ सिकन्दर लोदी की मृत्यु 1517 ई. में हो गयी थी
⇨ उसने भूमि की माप के लिए गजे सिकन्दर का प्रचलन कराया |
इब्राहिम लोदी
⇨ 1526 ई. में पानीपथ के प्रथम युद्ध में इब्राहिम लोदी बाबर से पराजित हुआ |
⇨ वह लोदी वंश का अंतिम शासक था |
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