उत्तर – सार्थक शब्दों के ऐसे समूह को वाक्य कहते हैं जो किसी भाव या विचार को व्यक्त करने की दृष्टी से पूर्ण हो। वाक्यों को मुख्य रूप से दो भागों में बाँटकर अध्ययन किया जाता है –
- रचना के आधार पर- 3
- अर्थ के आधार पर- 8
रचना के आधार पर वाक्य के भेद -
रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं –
- सरल वाक्य
- मिश्र वाक्य
- संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य -
उत्तर – जिस वाक्य में एक क्रिया होती है और एक कर्ता होता है, उस वाक्य को ‘साधारण या सरल वाक्य’ कहते हैं।
इसमें एक उद्देश्य एवं एक विधेय रहते है
जैसे – राम ने खाना खाया।
इसमें एक उद्देश्य एवं एक विधेय रहते है
जैसे – राम ने खाना खाया।
मिश्र वाक्य -
उत्तर – जिस वाक्य में एक सरल वाक्य के अतिरिक्त उसके अधीन कोई दूसरा उपवाक्य हो, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं। जैसे – जैसे ही उसने राकेश को पुकारा, वह वहाँ से भाग गया।
संयुक्त वाक्य -
उत्तर – जिस वाक्य में सरल अथवा मिश्र वाक्यों का मेल संयोजक अव्ययों द्वारा होता है, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं। अन्य शब्दों में संयुक्त वाक्य उस वाक्य-समूह को कहते हैं, जिसमें दो या दो से अधिक सरल वाक्य अथवा मिश्र वाक्य अव्ययों द्वारा जुड़े हों।
जैसे – राकेश सो गया है और दिनेश अभी तक नहीं सोया।
नोट - एक से अधिक अव्ययों का प्रयोग | अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद -
अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद हैं।
- विधिवाचक/विधानवाचक वाक्य
- इच्छावाचक वाक्य
- आज्ञावाचक वाक्य
- प्रश्नवाचक वाक्य
- संकेतवाचक वाक्य
- निषेधवाचक वाक्य
- संदेहवाचक वाक्य
- विस्मयादिवाचक वाक्य
विधिवाचक/विधानवाचक वाक्य -
जिस वाक्य में किसी बात के होने का बोध हो, उसे विधिवाचक/विधानवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे – राम ने खाना खा लिया।
जैसे – राम ने खाना खा लिया।
इच्छावाचक वाक्य -
जिस वाक्य में किसी प्रकार की इच्छा या कामना का बोध होता है, उस वाक्य को इच्छावाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे – तुम्हारी यात्रा सफ़ल हो।
जैसे – तुम्हारी यात्रा सफ़ल हो।
आज्ञावाचक वाक्य
जिस वाक्य में किसी तरह की आज्ञा दी गई हो, उस वाक्य को आज्ञावाचक वाक्य कहते है।
जैसे – आप यहाँ बैठ जाइये।
जैसे – आप यहाँ बैठ जाइये।
प्रश्नवाचक वाक्य -
जिस वाक्य में कोई प्रश्न किया गया हो, उस वाक्य को प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे – तुम्हारा नाम क्या है।
जैसे – तुम्हारा नाम क्या है।
संकेतवाचक वाक्य -
जब एक वाक्य दूसरे की संभावना पर निर्भर होता है, तब वह संकेतवाचक वाक्य कहलाता है।
जैसे – राम का घर उस तरफ़ है।
जैसे – राम का घर उस तरफ़ है।
निषेधवाचक वाक्य -
जिस वाक्य में किसी बात के न होने का बोध हो उसे निषेधवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे – यहाँ शराब पीना मना है।
जैसे – यहाँ शराब पीना मना है।
संदेहवाचक वाक्य -
जिस वाक्य में किसी बात का संदेह प्रकट हो उस वाक्य को संदेहवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे – पता नहीं उसे अच्छे आम मिले होंगें या नहीं।
जैसे – पता नहीं उसे अच्छे आम मिले होंगें या नहीं।
विस्मयादिवाचक वाक्य-
जिस वाक्य में विस्मय प्रकट हो उस वाक्य को विस्मयादिवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे – अहा! भारत जीत गया।
जैसे – अहा! भारत जीत गया।
0 टिप्पणियाँ